कैराना-
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी दबंग शैली के लिए चर्चित कैराना विद्यायक नाहिद हसन के खिलाफ शामली प्रशासन एक्शन मॉड में आ गया है।नाहिद हसन पूर्व सांसद मनव्वर हसन के बेटे है।उनकी मां तबस्सुम हसन भी दो बार सांसद रह चुकी है।तब्बसुम हसन ने धरने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी है।इसी दौरान कैराना से सटे हुए गंगोह में विधानसभा उपचुनाव होना है।नाहिद हसन ने अपने राजनीतिक जीवन का पहला चुनाव गंगोह विधानसभा से ही लड़ा था।यहां अब राजनीतिक तपिश बढ़ गई है।भारी संख्या में पैरामिलिट्री फोर्स बुला लिए जाने की खबर है।
शुक्रवार को शामली पुलिस ने उनके खिलाफ गाड़ी पर संदिग्ध नंबर प्लेट लगाने,धोखाधड़ी, सरकारी काम में बाधा डालने,माहौल खराब करने सहित कई मामलों में मुक़दमा दर्ज किया गया है।
शामली एसपी अजय कुमार पांडेय के मुताबिक कैराना के चौकी प्रभारी धर्मेंद्र यादव की और यह रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।जानकारी के मुताबिक 9 सितंबर को नाहिद हसन की गाड़ी एक कॉलानी के पास खड़ी थी।तब ही झिंझाना से एसडीएम और सीओ कैराना वहां पहुंच गए और उनकी गाड़ी के कागज़ मांगे।पुलिस का कहना है कि इसके बाद गाड़ी में बैठे विधायक नाहिद हसन नीचे उतर गए और उन्होंने एसडीएम और सीओ से अभद्रता की।
इसके बाद इस मामले की जांच हुई और अब उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।एसपी शामली के मुताबिक उनकी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन भी ग़लत पाया गया है।इस मुक़दमे के बाद नाहिद हसन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।कैराना में तरह तरह की चर्चाएं है।अतिरिक्त पुलिस फोर्स मंगवाई गई है।उनकी मां पूर्व सांसद तब्बुसम हसन ने कहा है कि नाहिद का उत्पीड़न किया जा रहा है जिसको लेकर उन्होंने धरने प्रदर्शन ऐलान किया है।कैरानाके धारा 144 लागू है।
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने नाहिद हसन के समर्थन का ऐलान किया था हालांकि एक वीडियो जारी करके नाहिद ने कहा है कि उन्हें उनके समर्थन की जरूरत नही है वो अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे।नाहिद कैराना से समाजवादी पार्टी से कैराना से दूसरी बार विद्यायक बने हैं।इसी माह नाहिद हसन एक वायरल वीडियो को लेकर चर्चा में आए थे जिसमें वो बीजीपी से जुड़े व्यापारियों से सामान न खरीदने की अपील कर रहे थे।अब विवाद की जड़ एक पेजरो गाड़ी बनी हुई है।
शुक्रवार की रात भारी पुलिस बल नाहिद हसन के घर पहुंचा और उन्हें तीन नोटिस दिए।इन नोटिस में विधायक को उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने,गाड़ी के सभी कागजात जमा करने और संदिग्ध नम्बर प्लेट वाली गाड़ी को पुलिस को सौंपने के लिए कहा गया है।
तब्बुसम हसन ने इस सबके बीच 16 सितंबर को धरने की अनुमति मांगी है।एसपी शामली के मुताबिक धारा 144 लागू है।इसके चलते इसकी अनुमति कठिन है।चार कम्पनी अतिरिक्त फोर्स बुलवाया गया है।
मुक़दमे को लेकर कैराना में काफी रोष देखा जा रहा था।जान मोहम्मद अंसारी के मुताबिक विधायक के गाड़ी के कागज़ात देखे जाने का उद्देश्य सिर्फ उन्हें अपमानित करना था।दरअसल एक समूह के विरुद्ध है।नाहिद हसन यहाँ गरीबों की आवाज़ है वो बीजीपी नेताओं की आंख में खटक रहे हैं जिसकी वजह यह मुक़दमा का षड्यंत्र है।अगर वो गिरफ्तार किए जाते है तो कैराना का बच्चा बच्चा अपनी गिरफ्तारी देगा।
गौरतलब है कि कैराना से सटी हुई गंगोह विधानसभा में उपचुनाव का ऐलान किया जा चुका है।गंगोह के विद्यायक प्रदीप चौधरी अब सांसद बन चुके हैं।समाजवादी पार्टी ने यहां इन्द्रसेन चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि कांग्रेस नेता इमरान मसूद के जुड़वा भाई नोमान मसूद यहां कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में है।गंगोह विधानसभा में ही नाहिद की ननिहाल है।वो निश्चित तौर पर यहां प्रभावी है।कुछ लोग इस कार्रवाई को राजनीति से जोड़कर भी देख रहे हैं।
पूर्व सांसद तब्बुसम हसन के मुताबिक ऐसा पहली बार नही हो रहा है उन्हें खुद के साथ हो रहे अन्याय का जवाब देना आता है और हम सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के सामने घुटने नही टेकेंगे।